DOHA 90
रात गंवाई सोय के, दिवस गंवाया खाय।
हीरा जन्म अमोल सा, कोड़ी बदले जाय।
MEANING
रात नींद में नष्ट कर दी, दिन में भोजन से फुर्सत नहीं मिली यह मनुष्य जन्म हीरे के सामान बहुमूल्य था जिसे तुमने व्यर्थ कर दिया, कुछ सार्थक किया नहीं तो जीवन का क्या मूल्य बचा?