DOHA 26

नहीं शीतल है चंद्रमा, हिम नहीं शीतल होय।

कबीर शीतल संत जन, नाम सनेही होय।

MEANING

कबीर दास जी कहते हैं कि चन्द्रमा भी उतना शीतल नहीं है और हिमबर्फ भी उतना शीतल नहीं होती जितना शीतल सज्जन पुरुष हैं। सज्जन पुरुष मन से शीतल और सभी से स्नेह करने वाले होते हैं।