DOHA 25

कबीर सुता क्या करे, जागी न जपे मुरारी।

एक दिन तू भी सोवेगा, लम्बे पाँव पसारी।

MEANING

कबीर दास जी कहते हैं कि तू क्यों हमेशा सोया रहता है, जाग कर ईश्वर की भक्ति कर, नहीं तो एक दिन तू लम्बे पैर पसार कर हमेशा के लिए सो जायेगा।