DOHA 232

पानी केरा बुदबुदा, अस मानस की जात।

देखत ही छुप जाएगा है, ज्यों सारा परभात।

MEANING

कबीर दास जी कहते हैं कि इंसान की इच्छाएं एक पानी के बुलबुले के समान हैं जो पल भर में बनती हैं और पल भर में खत्म। जिस दिन आपको सच्चे गुरु के दर्शन होंगे उस दिन ये सब मोह माया और सारा अंधकार छिप जायेगा।