DOHA 166

बनिजारे के बैल ज्यों, भरमि फिर्यो चहुँदेश।

खाँड़ लादी भुस खात है, बिन सतगुरु उपदेश।

MEANING

सौदागरों के बैल जैसे पीठ पर शक्कर लाद कर भी भूसा खाते हुए चारों और फेरि करते है। इस प्रकार इस प्रकार यथार्थ सद्गुरु के उपदेश बिना ज्ञान कहते हुए भी विषय - प्रपंचो में उलझे हुए मनुष्य नष्ट होते है।