DOHA 157

कबीर तहाँ न जाइये, जहाँ सिध्द को गाँव।

स्वामी कहै न बैठना, फिर-फिर पूछै नाँव।

MEANING

अपने को सर्वोपरि मानने वाले अभिमानी सिध्दों के स्थान पर भी मत जाओ। क्योंकि स्वामीजी ठीक से बैठने तक की बात नहीं कहेंगे, बारम्बार नाम पूछते रहेंगे।