DOHA 33

कुटिल वचन सबसे बुरा, जा से होत न चार।

साधू वचन जल रूप है, बरसे अमृत धार।

MEANING

कबीर दास जी कहते हैं कि कड़वे बोल बोलना सबसे बुरा काम है, कड़वे बोल से किसी बात का समाधान नहीं होता। वहीँ सज्जन विचार और बोल अमृत के समान हैं।