DOHA 4

ऐसी वाणी बोलिए मन का आप खोये।

औरन को शीतल करे, आपहुं शीतल होए।

MEANING

कबीर दास जी कहते हैं कि इंसान को ऐसी भाषा बोलनी चाहिए जो सुनने वाले के मन को बहुत अच्छी लगे। ऐसी भाषा दूसरे लोगों को तो सुख पहुँचाती ही है, इसके साथ खुद को भी बड़े आनंद का अनुभव होता है।