DOHA 201

जैसा भोजन खाइये , तैसा ही मन होय

जैसा पानी पीजिये, तैसी वाणी होय।

MEANING

कबीर दास जी कहते है कि हम जैसा भोजन करते है वैसा ही हमारा मन हो जाता है और हम जैसा पानी पीते है वैसी ही हमारी वाणी हो जाती है।