DOHA 187

साईं इतना दीजिये, जा मे कुटुम समाय

मैं भी भूखा न रहूँ, साधु ना भूखा जाय।

MEANING

कबीर दास जी कहते कि हे परमात्मा तुम मुझे केवल इतना दो कि जिसमें मेरे गुजरा चल जाये। मैं भी भूखा न रहूँ और अतिथि भी भूखे वापस न जाए।