DOHA 130

कबीर चन्दन के निडै नींव भी चन्दन होइ।

बूडा बंस बड़ाइता यों जिनी बूड़े कोइ।

MEANING

कबीर कहते हैं कि यदि चंदन के वृक्ष के पास नीम का वृक्ष हो तो वह भी कुछ सुवास ले लेता है - चंदन का कुछ प्रभाव पा लेता है। लेकिन बांस अपनी लम्बाई - बडेपन - बड़प्पन के कारण डूब जाता है। इस तरह तो किसी को भी नहीं डूबना चाहिए। संगति का अच्छा प्रभाव ग्रहण करना चाहिए - आपने गर्व में ही न रहना चाहिए।