DOHA 103

कबीर बादल प्रेम का, हम पर बरसा आई।

अंतरि भीगी आतमा, हरी भई बनराई।

MEANING

कबीर कहते हैं - प्रेम का बादल मेरे ऊपर आकर बरस पडा - जिससे अंतरात्मा तक भीग गई, आस पास पूरा परिवेश हरा-भरा हो गया - खुश हाल हो गया - यह प्रेम का अपूर्व प्रभाव है! हम इसी प्रेम में क्यों नहीं जीते!